कौन दानी
अनायास ही हमारे सामने एक विकट संकट खड़ा हो गया है। किसी ने कल्पना भी न की होगी कि एक ऐसा भी दिन आ सकता है कि जिससे सारा भूमण्डल ही भयाक्रांत होने लगे ।
सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियां चरमराने लगे । ऐसा किसी ने सोचा न था , लेकिन यह सब हो रहा है लोग इस संकट से जूझ रहे हैं । लोगों के समक्ष अपने जीवन को बचाने की जद्दोजहद चल रही है । सरकारें अपनी तरफ से पूरी कोशिश करने में लगी है कि इस विपदा में किसी को जीवन यापन में परेशानी न हो ।लाकडाउन चल रहा है । लोगों के समक्ष अपनी रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है । ऐसे समय में सरकार के साथ विभिन्न क्षेत्रों के लोग सहायता के लिए आगे आ रहे हैं ।सब अपनी सामर्थ्य अनुसार दान देने में लगे हुए हैं । उद्योगपति , राजनेता , अभिनेता से लेकर जन साधारण और धार्मिक सामाजिक संस्थाओं द्वारा करोड़ों रुपए दान दिए जा रहे हैं ।
यह हमारे देश के लिए और मानवता के लिए सदैव ही गर्व की बात है । दान जिससे लोगों को जीवन यापन करने और भूख से
लड़ने में मदद मिल रही है । दान देना सदैव ही सराहनीय और अच्छा होता है । हमें ऐसे सभी लोगों की प्रशंसा करनी चाहिए।
प्रायः दान देने वाले संपन्न होते हैं और अपनी क्षमता अनुसार लाखों करोड़ों का दान देकर लोगों को सहायता पहुंचाने का पुनीत कार्य करते हैं । कुछ साधारण परिस्थितियों के होते हैं और अपनी क्षमता अनुसार दान करते हैं । इन सबको दान देने में अपने स्वयं के जीवन निर्वाह में कोई फर्क नहीं पड़ता । किन्तु
ऐसे भी कई दान देने वाले हैं जो स्वयं अभावग्रस्त होते हुए भी दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं । ऐसे वे लोग जो अपनी आवश्यकताओं में कमी करके अभाव में रहते हुए भी किसी की भूख मिटाते हैं । किसी की विपत्ति में उसके साथ खड़े होते हैं ।
वे सच्चे दानी कहलाने के हकदार हैं । किसी के पास यदि बहुत धन है तो उसे दान देने में कोई कठिनाई नहीं होगी किंतु यदि कोई धनहीन होकर भी दूसरों को थोड़ा ही सही पर उसके दान से कोई दुःख में भी सुख का अनुभव करता है तो ऐसा दानी ही सच्चा दानी है ।
अशोक सोनी ।