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5 Mar 2021 · 1 min read

कौन कहता है के मुझे गम है

कौन कहता है के मुझे गम है
ये मेरा बहुत पुराना जख्म है

क्या शिकायत करें इस जिस्म की हम खुदा से
जो मिला है वही कौन सा कम है

अभी कुछ और उलझेगा अभी कुछ और सुलझेगा
ये उनके बालों में नया नया ख़म है

पहले भी मेरी मोहब्बत नही समझता था अाज भी नहीं
मेरा सनम अब भी वही सनम है

मैं जो कुछ भी तेरी तारीफ़ में लिख पाता हूं
खुदा के नमाजें फन का करम है

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