कोशिश में है
यह अंधेरा छा जाने की कोशिश में है
सूरज को खा जाने की कोशिश में है
वो झूठ के सामियाने खूब सजा रहा है
हक़ीक़त छुपा जाने की कोशिश में है
हवाएं रुख़ बदल बदल के आ रही हैं
चिरागों को बुझा जाने की कोशिश में हैं
यह अंधेरा छा जाने की कोशिश में है
सूरज को खा जाने की कोशिश में है
वो झूठ के सामियाने खूब सजा रहा है
हक़ीक़त छुपा जाने की कोशिश में है
हवाएं रुख़ बदल बदल के आ रही हैं
चिरागों को बुझा जाने की कोशिश में हैं