Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2021 · 1 min read

कोविड पर बजरंग प्रार्थना

तोटक छन्द
गणावली- सलगा सलगा सलगा सलगा

हनुमन्त अनन्त प्रताप भरो।
दुख दारुण दाहक ताप हरो।

जग कोविड से यह ग्रस्त हुआ।
हर कोशिश से अब पस्त हुआ।
मिलता इसका उपचार नही।
हर ओर मचा कोहराम यही।

प्रभु मारि गदा शत खण्ड करो।
दुख दारुण दाहक ताप हरो।

जब रोग विषाणु घुला रग में।
प्रभु भीषण त्रास मची जग में।
तुम दैत्य निशाचर मार दिए।
रघुनंदन काज सँवार दिए।

फिर से तुम रूप कराल धरो।
दुख दारुण दाहक ताप हरो।

यह देश घिरा फिर संकट में।
जनता बिलखे इस झंझट में।
कर जोड़ करूँ विनती मन में।
खुशियाँ भर दो घर आँगन में।

यह घातक संकट दूर करो।
दुख दारुण दाहक ताप हरो।

अभिनव मिश्र अदम्य

Language: Hindi
Tag: गीत
224 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*प्रणय प्रभात*
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
इक शे'र
इक शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
ନୀରବତାର ବାର୍ତ୍ତା
ନୀରବତାର ବାର୍ତ୍ତା
Bidyadhar Mantry
कविता-आ रहे प्रभु राम अयोध्या 🙏
कविता-आ रहे प्रभु राम अयोध्या 🙏
Madhuri Markandy
बाहर निकलने से डर रहे हैं लोग
बाहर निकलने से डर रहे हैं लोग
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
छोड़ कर महोब्बत कहा जाओगे
छोड़ कर महोब्बत कहा जाओगे
Anil chobisa
बाल गीत
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
स्वास्थ्य का महत्त्व
स्वास्थ्य का महत्त्व
Paras Nath Jha
सिकन्दर बन कर क्या करना
सिकन्दर बन कर क्या करना
Satish Srijan
दिल खेल कर रखो
दिल खेल कर रखो
Dr. Rajeev Jain
शब्दों की रखवाली है
शब्दों की रखवाली है
Suryakant Dwivedi
जल्दी-जल्दी  बीत   जा, ओ  अंधेरी  रात।
जल्दी-जल्दी बीत जा, ओ अंधेरी रात।
गुमनाम 'बाबा'
हर वर्ष जलाते हो हर वर्ष वो बचता है।
हर वर्ष जलाते हो हर वर्ष वो बचता है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बन के आंसू
बन के आंसू
Dr fauzia Naseem shad
_सुविचार_
_सुविचार_
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
भारत माता की वंदना
भारत माता की वंदना
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"कोशिशो के भी सपने होते हैं"
Ekta chitrangini
वक्त को कौन बांध सका है
वक्त को कौन बांध सका है
Surinder blackpen
अनजान दीवार
अनजान दीवार
Mahender Singh
'एकला चल'
'एकला चल'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Take responsibility
Take responsibility
पूर्वार्थ
चिंतन
चिंतन
ओंकार मिश्र
त्याग
त्याग
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
"तकरार"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं ज़िंदगी भर तलाशती रही,
मैं ज़िंदगी भर तलाशती रही,
लक्ष्मी सिंह
उधार वो किसी का रखते नहीं,
उधार वो किसी का रखते नहीं,
Vishal babu (vishu)
*बेफिक्री का दौर वह ,कहाँ पिता के बाद (कुंडलिया)*
*बेफिक्री का दौर वह ,कहाँ पिता के बाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
विरक्ति
विरक्ति
swati katiyar
मोदी जी ; देश के प्रति समर्पित
मोदी जी ; देश के प्रति समर्पित
कवि अनिल कुमार पँचोली
Loading...