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26 Jun 2021 · 1 min read

कोरोना

सुकून के दिन कब आएंगे ये मंज़र बहुत भयानक है
भूख से तरसती आंखों को कब निवाला नसीब होगा

एक बाप ना जाने कब काल के हाथों मजबूर हो गया
दूसरों का पेट भरने वाला खुद एक रोटी को मजबूर हो गया

तन्हा आये थे जमीं पर तन्हा जाने की ज़िद लिए
ना ही कांधे नसीब हुए ना ही कफन काम आया

वीर कुमार जैन
22 अगस्त 2020 उत्पत्ति दिनांक
26 जून 2021

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 286 Views
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