Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2021 · 1 min read

कोरोना

हाय रे करोना वाह रे कोरोना
क्या-क्या रूप दिखा रे कोरोना
चारों तरफ हाहाकार है कोरोना
खोफ से मुलाकात है कोरोना
लॉकडाउन का माहौल है कोरोना
वैक्सीन की किल्लत है कोरोना
नया वायरस की स्ट्रेन है कोरोना
दो साल का आतंक है कोरोना
कितनों को दूर करेगा रे कोरोना
अब कितना रुलाएगा रे कोरोना
कितनों की आहुति लेगा रे कोरोना
अब तो भाग लगा रे कोरोना
अब दिल दुखा ना कोरोना
अब भगवान से डर रे कोरोना
जीवन को तो माफ कर दे रे कोरोना ।।

गौतम साव

2 Likes · 2 Comments · 238 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from goutam shaw
View all
You may also like:
बदली बारिश बुंद से
बदली बारिश बुंद से
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
निगाहें
निगाहें
Sunanda Chaudhary
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
sushil sarna
#हौंसले
#हौंसले
पूर्वार्थ
देश भक्त का अंतिम दिन
देश भक्त का अंतिम दिन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
3311.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3311.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
पैसों के छाँव तले रोता है न्याय यहां (नवगीत)
पैसों के छाँव तले रोता है न्याय यहां (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
शब्द
शब्द
ओंकार मिश्र
"हकीकत"
Dr. Kishan tandon kranti
तलाश
तलाश
Vandna Thakur
अनादि
अनादि
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
अपने-अपने काम का, पीट रहे सब ढोल।
अपने-अपने काम का, पीट रहे सब ढोल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
आदतों में तेरी ढलते-ढलते, बिछड़न शोहबत से खुद की हो गयी।
आदतों में तेरी ढलते-ढलते, बिछड़न शोहबत से खुद की हो गयी।
Manisha Manjari
दोहे- शक्ति
दोहे- शक्ति
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
फितरत
फितरत
Kanchan Khanna
--पागल खाना ?--
--पागल खाना ?--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
Jitendra Chhonkar
किसी ने अपनी पत्नी को पढ़ाया और पत्नी ने पढ़ लिखकर उसके साथ धो
किसी ने अपनी पत्नी को पढ़ाया और पत्नी ने पढ़ लिखकर उसके साथ धो
ruby kumari
खुद से ज्यादा अहमियत
खुद से ज्यादा अहमियत
Dr Manju Saini
काश
काश
Sidhant Sharma
■ आज का शेर-
■ आज का शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
कविता
कविता
Vandana Namdev
चलो कह भी दो अब जुबां की जुस्तजू ।
चलो कह भी दो अब जुबां की जुस्तजू ।
शेखर सिंह
खामोश रहना ही जिंदगी के
खामोश रहना ही जिंदगी के
ओनिका सेतिया 'अनु '
*** सागर की लहरें....! ***
*** सागर की लहरें....! ***
VEDANTA PATEL
फिर से अरमान कोई क़त्ल हुआ है मेरा
फिर से अरमान कोई क़त्ल हुआ है मेरा
Anis Shah
कैसी
कैसी
manjula chauhan
मन में सदैव अपने
मन में सदैव अपने
Dr fauzia Naseem shad
💐प्रेम कौतुक-467💐
💐प्रेम कौतुक-467💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
या तो सच उसको बता दो
या तो सच उसको बता दो
gurudeenverma198
Loading...