कोरोना
मनहरण घनाक्षरी – कोरोना
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जग में कोरोना आया,
कैसे जादू टोना आया।
सबको ही रोना आया,
दुख भरा साल हैं।
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मिटने लगी है काया,
दवा नहीं बन पाया।
जैसे अधंकार छाया,
आज बुरा हाल हैं।
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लोग सभी डरते हैं,
उदिम भी करते हैं।
और कई मरते हैं,
फैल गया जाल हैं।
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मास्क भी लगाया करो,
नहीं कही जाया करो।
सबको बताया करो,
काल विकराल हैं।
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रचनाकार-डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
पीपरभावना,बलौदाबाजार(छ.ग.)
मो. 8120587822