कोरोना और लॉक्ड डॉउन
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इस लॉक्ड डाउन ने भी क्या कमाल कर दिया
हर आदमी को अपने अंदर छुपे इंसान से मिला दिया।
अमीर हो या हो गरीब आज सब एक से लगते है।
बर्तन धुलने में सबके हाथ घिसते है।
जो कभी गलती से भी किचेन का रूख नहीं करते थे,
आज वो बड़े शौक से थाली में व्यंजन परस्ते है।
दो कपड़ों में भी खूबसूरत लग सकते हैं
बिना लग्ज़री कार के भी मंजिल तक पहुंच सकते हैं।
बच्चे घर में रह के भी खुश हो सकते हैं
क्युकी मां पापा हर सुबह से रात साथ दिखते है।
बूढ़े मां बाप को कोई फर्क नहीं वायरस से
वो खुश हैं के मेरे बच्चे मेरे साथ ही रहते हैं।
सब बंद हैं अपने घरों में मगर
एक दूसरे के हालात से सब वाकिफ हैं।
दूर होके भी सब एक साथ ही हंसते रोते हैं।
लॉक्ड डाउन तूने कमाल कर दिया
इंसान को एक नया आईना दिखा दिया।
आइने में शक्ल तो वहीं है मगर
तूने हर हाल में जीना सिखा दिया।।