कोरोना……. अब और ना !!!
कोरोना कोरोना यह कैसी महामारी हैं
मानवता पर वार किया बडा भारी है
मानवता का शत्रु कोरोना भयकारी है
चहुँ ओर फैली हुई यह बीमारी है
जग में फैला चहुँ ओर तेरा कहर
मन में विष घोल रहा हर पहर
फैल गया है अब शहर शहर
थम भी जाओ करो जरा महर
कोरोना अब और ना चलेगी मनमानी
बात समझ कर हमने यह ठानी
घर में रहना भोजन हो शुद्ध शाकाहारी
बाहर से आने वाले साबुन से हाथ मलो हर बारी
मित्र मण्डली सैर सपाटा छोड़ दूूर से करो प्रणाम
सिनेमा जाना दावत खाना कुछ दिन दो त्याग
एकजुट होकर लड़ना सुन लो आह्वान
देना है इसे मिल कर हमें संघर्ष विराम
जनता कर्फ्यू का पालन करना जिम्मेदारी है
संयम से काम लेना यह एक महामारी हैं
सब आदर्शों का पालन करना बड़ा जरूरी है
कोरोना को मात देने की पूर्ण तैयारी है