— कोई नही बिगाड़ता —
कहते हैं न
संगत का असर पड़ता है
मैं कहता हूँ
यह गलत है
संगत का असर ग्रहण करना
सब अपने ही हाथ है !!
कोई नही बिगाड़ेगा
किसी को कभी याद रखना
बिगड़ना, संवरना सब
अपने ही हाथ है !!
चाहे हो मयखाना
चाहे रखना कैसे याराना
चाहे मिलकर करना मस्ती
संभलना अपने ही हाथ है !!
कैसी भी करो दोस्ती
बेशक दिन भर करो मस्ती
समय से अपने काम कर लेना
सब कुछ अपने हाथ है !!
बेशक रहो देश या परदेस
जागो दिन और जागो रैन
खाना पीना उठाना सोना
क्या नही तुम्हारे हाथ है ??
अजीत कुमार तलवार
मेरठ