Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Nov 2022 · 1 min read

कैसे जीने की फिर दुआ निकले

दर्द के ऐसे सिलसिले निकले ।
सारे एहसास बे’ ज़ुबाँ निकले ।।
टूट कर जब कोई बिख़र जाए ।
कैसे जीने की फिर दुआ निकले ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
9 Likes · 252 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

3071.*पूर्णिका*
3071.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
श्रंगार लिखा ना जाता है।
श्रंगार लिखा ना जाता है।
Abhishek Soni
याद किया नहिं कभी राम को नित माया ही जोड़ी
याद किया नहिं कभी राम को नित माया ही जोड़ी
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
रतन टाटा जी..!!
रतन टाटा जी..!!
पंकज परिंदा
इंसान फिर भी
इंसान फिर भी
Dr fauzia Naseem shad
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
World Emoji Day
World Emoji Day
Tushar Jagawat
चाँद
चाँद
Shweta Soni
बंधन
बंधन
Sanjeev Chandorkar
मुस्कुराना सीख लिया !|
मुस्कुराना सीख लिया !|
पूर्वार्थ
जमाने में
जमाने में
manjula chauhan
We just dream to  be rich
We just dream to be rich
Bhupendra Rawat
#अभिनंदन
#अभिनंदन
*प्रणय*
एकांत
एकांत
Shally Vij
कौवों को भी वही खिला सकते हैं जिन्होंने जीवित माता-पिता की स
कौवों को भी वही खिला सकते हैं जिन्होंने जीवित माता-पिता की स
गुमनाम 'बाबा'
प्यार का ऐसा सर संधान रे
प्यार का ऐसा सर संधान रे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
श्रीकृष्ण जन्म...
श्रीकृष्ण जन्म...
डॉ.सीमा अग्रवाल
आप खुद का इतिहास पढ़कर भी एक अनपढ़ को
आप खुद का इतिहास पढ़कर भी एक अनपढ़ को
शेखर सिंह
सांसों का थम जाना ही मौत नहीं होता है
सांसों का थम जाना ही मौत नहीं होता है
Ranjeet kumar patre
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
जिंदगी की उड़ान
जिंदगी की उड़ान
Kanchan verma
"प्रेम सपन सलोना सा"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
नामुमकिन नहीं
नामुमकिन नहीं
Surinder blackpen
पहले उसकी आदत लगाते हो,
पहले उसकी आदत लगाते हो,
Raazzz Kumar (Reyansh)
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
Phool gufran
राजासाहब सुयशचरितम
राजासाहब सुयशचरितम
Rj Anand Prajapati
तेरी याद..
तेरी याद..
हिमांशु Kulshrestha
जब होती हैं स्वार्थ की,
जब होती हैं स्वार्थ की,
sushil sarna
समय ही तो हमारी जिंदगी हैं
समय ही तो हमारी जिंदगी हैं
Neeraj Agarwal
Loading...