कैसा अब जमाना आ गया है।
देखो कैसा अब जमाना आ गया है।
इज्जते हिजाब खतरे में पड़ गया है।।1।।
नकाबों पर पा-बन्दियाँ लग रही है।
जिस्म ए नँगापन सबको भा गया है।।2।।
यह चादरें तो जिस्मों को ढकती है।
हुस्न का दिखाना फैशन बन गया है।।3।।
माँ बाप भी ना बोलते है बच्चों को।
यह इनको दिलों को क्या हो गया है।।4।।
आज गया था बेटी के साथ स्कूल।
गंदी नज़रों से मेरा सामना हो गया है।।5।।
देखो तो इज्जत के रख वालों को।
इज्जत का ही सामा खरकने लगा है।।6।।
हुस्न अब कारोबार सा हो गया है।
आबरुओं का बाजार लगने लगा है।।7।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ