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21 Feb 2024 · 1 min read

कैनवास

इस कोरे कैनवास सी हो तुम,
और मेरी ख़्वाहिशें
आर्टिस्ट की कल्पना सी है।
जिस पर मैं अपने स्पर्श से
चटक रंग भरता हूं।
इन स्वतंत्र वादियों सी हसीन
खूबसूरत सा ख्वाब हो
चंपई पीले रंगों से दूर
गुलाबी गुलाब हो
जिसकी पंखुड़ियों को हर कोई
लबों से लगाना चाहता है।
अपनी जिंदगी के कैनवास पर
तरीके से सजाना चाहता है।

Language: Hindi
127 Views

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