के दर्शक आ के सब कवि? (हास्य कविता)
होइए खूब मैथिली कवि सम्मेलन
तै मे दर्शको स बेसी मंच पर बैसल कवि?
बूझबा मे ने आउत के दर्शक आ के सब कवि?
बानरक हेंज सन अफरजात भेल मैथिली कवि?
औ जी एतेक कहूं कवि भेलैए?
पुछियौ त उनटे मुँह दुसी देत,
छिना झपटी मंचे पर दौगा दौगी
किए मंचदौग्गा बनि गेल मैथिली कवि?
आयोजक सब बड़का पोस्टर छपाउत
चंदा देलक सेहो सब कवि?
दू चारि टा त दर्शको मे स मंच पर चढ़ल
बीच कार्यक्रम उहो सब बनि गेल कवि?
एतेक उपरौंजी आ मंचदौगीय
आन भाषाक समेमलन मे नै देखलियै?
मैथिली आयोजन मे कनिको ने करत लाज,
बूझबा मे ने आउत के दर्शक आ के सब कवि?
कारीगर कविता पढ़ब शुरू केने रहै की?
कनिये काल मे दर्शको मे स दू टा मंच चढल,
हमरा माला पहिरबैत कहलक जल्दी करू हमहू कवि?
आयोजक दिसी तकलहुँ? उहो गुम्हरल कि दर्शक आ कवि?
कवि©किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)