” कुदरत ने किया सम्मान “
लॉकडाउन के दौरान ,
योद्धाओं का हुआ सम्मान ।
चालीस दिन का दिया बलिदान ,
कुदरत ने भी किया सम्मान ।
थके नहीं वो कभी दिन रात ,
उन योद्धाओं को करें हम नमन हर बार ।
हथेली पर ले कर अपनी जान ,
बढ़ाया लॉकडाउन का मान ।
उनकी इस कामयाबी पर ,
कुदरत ने भी बरसाई बूंदों की बौछार ।
पक्षियों ने भी भरी ऊंची उड़ान ,
हवाएं भी करें उन्हें सलाम ।
ज्योति की कलम से भी निकले आशिश अपार ,
हां ! कुदरत ने भी किया योद्धाओं का सम्मान ।
( हमारे सभी सुरक्षा बलों , डॉक्टरों , नर्सों , सभी कर्मचारियों के सम्मान में समर्पित है कविता रूप में ये कुछ शब्द मेरे )
? धन्यवाद ?
✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली