कुत्ते
कुत्ते
यदि पालतू नहीं हैं
नस्ल विशेष के नहीं हैं
और न ही पागल
तो हिंसक नहीं होते
काट नहीं खाते
मालिकों के आगे वे
दुमहिलाऊ होते हैं
शीशनवाऊ होते हैं
अनजानों को देख स्वामिभक्ति में
करते झाऊँ झाऊँ होते हैं
आवारा हो या पालतू
पागल कुत्ते ही
काट खाने के स्वभाव पर होते हैं
मौलिक कुत्त-स्वभाव पर नहीं होते वे!
कुत्ता होना
स्वामिभक्त होकर भी
मनुष्य के शब्दकोश में गाली हो गया
भक्ति बेईमान भी होती है
विभीषण का राम का साथी होना भी
भक्तों की बेईमानी का शिकार बन
मनुष्य के यहां मुहावरेदार गाली बन गया।