Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2022 · 1 min read

कुछ शेर

कुछ शेर
—————————————-
हमारे पास है ही क्या सिवा बस इक मौहब्बत के
तुम्हें हम दिल की गहराई से ऐ मालिक ! बुलाते हैं

अगर रस्में निभाने से मेरे सरकार आ जाते
तो ईश्वर को बुलाने की मशीनें लग गई होतीं

कभी दुनिया को बतलाना कि हमने तुम‌को देखा है
सबूतों के बिना हम इस जमाने को बताऍं क्या
————————————-
रचयिता रवि प्रकाश रामपुर

Language: Hindi
Tag: शेर
87 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
उसे भूला देना इतना आसान नहीं है
उसे भूला देना इतना आसान नहीं है
Keshav kishor Kumar
हर एहसास
हर एहसास
Dr fauzia Naseem shad
जब कोई दिल से जाता है
जब कोई दिल से जाता है
Sangeeta Beniwal
काश कुछ ख्वाब कभी सच ही न होते,
काश कुछ ख्वाब कभी सच ही न होते,
Kajal Singh
आत्महत्या
आत्महत्या
Harminder Kaur
खुद्दार
खुद्दार
अखिलेश 'अखिल'
Prapancha mahila mathru dinotsavam
Prapancha mahila mathru dinotsavam
jayanth kaweeshwar
फ़ुर्सत में अगर दिल ही जला देते तो शायद
फ़ुर्सत में अगर दिल ही जला देते तो शायद
Aadarsh Dubey
आत्मा की अभिलाषा
आत्मा की अभिलाषा
Dr. Kishan tandon kranti
*झूठ-मूठ जो मन में आए, कहना अच्छी बात नहीं (हिंदी गजल)*
*झूठ-मूठ जो मन में आए, कहना अच्छी बात नहीं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
वृंदावन की कुंज गलियां
वृंदावन की कुंज गलियां
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
'रिश्ते'
'रिश्ते'
जगदीश शर्मा सहज
रात बसर हो जाती है यूं ही तेरी यादों में,
रात बसर हो जाती है यूं ही तेरी यादों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Readers Books Club:
Readers Books Club:
पूर्वार्थ
Sad shayri
Sad shayri
Surya Barman
"अपेक्षा"
Yogendra Chaturwedi
जिंदा मनुख
जिंदा मनुख
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
4661.*पूर्णिका*
4661.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
☄️ चयन प्रकिर्या ☄️
☄️ चयन प्रकिर्या ☄️
Dr Manju Saini
जागृति
जागृति
Shyam Sundar Subramanian
Erikkappetta Thalukal
Erikkappetta Thalukal
Dr.VINEETH M.C
"क्रोधित चिड़िमार"(संस्मरण -फौजी दर्शन ) {AMC CENTRE LUCKNOW}
DrLakshman Jha Parimal
"Every person in the world is a thief, the only difference i
ASHISH KUMAR SINGH
दिन - रात मेहनत तो हम करते हैं
दिन - रात मेहनत तो हम करते हैं
Ajit Kumar "Karn"
बुंदेली दोहे- गुचू-सी (छोटी सी)
बुंदेली दोहे- गुचू-सी (छोटी सी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जीवन से पहले या जीवन के बाद
जीवन से पहले या जीवन के बाद
Mamta Singh Devaa
अपने पुस्तक के प्रकाशन पर --
अपने पुस्तक के प्रकाशन पर --
Shweta Soni
मुझे पता है तुम सुधर रहे हो।
मुझे पता है तुम सुधर रहे हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
..
..
*प्रणय*
Loading...