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15 Feb 2024 · 1 min read

कुछ लोग

शहर के बीचों बीच तंग गलियारों में रहते हैं कुछ लोग
दिखने में लोगों जैसे पर लोगों से परे है कुछ लोग
सिटी में सटी सटी सी बस्तियों में रहते हैं कुछ लोग
दिखने में लोगों जैसे पर लोगों से परे ये लोग
तंगहाली में गुजर बसर का हुनर लिए कुछ लोग
शहरों में रहकर भी जो शहर के ना हुए ऐसे कुछ लोग
शहर के बीचों बीच तंग गलियारों में रहते हैं कुछ लोग
शहर का सारा काम करते हैं कुछ लोग
पर रहने को घर नहीं बना पाए कुछ लोग

Language: Hindi
165 Views
Books from सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
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