Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2018 · 1 min read

कुछ नहीं हूँ तो कितना खुश हूं

कुछ नहीं हूँ तो कितना खुश हूं
कुछ न होने का एहसास बहुत अच्छा है।

न ही गम हैं, न हैं हज़ारों शिकवे
न ही भीड़ में खोने का डर सच्चा है
कुछ न होने का एहसास बहुत अच्छा है।

गर मैं कुछ था बहुत ही नाखुश था
हो गया खुद से रूबरू अब मैं
खो गया हूँ खुदी की मस्ती में
बेतकल्लुफ सा हो गया हूँ मैं।

रुक गया था दरों दरीचों पर
सफर में अब शुरू हुआ हूँ मैं।
ज़िन्दगी की बिखरती राहों पर
वसल का इंतखाब अच्छा है।

ज़िन्दगी यूँ ही गुज़र जाएगी
यह घड़ी फिर कभी न आएगी
रंज़ो गम से पुर जुदा रह कर
गुनगुनाने का एहसास बहुत अच्छा है।

आज खोने को कुछ नहीं है मगर
खुद को खो देने का एहसास बहुत अच्छा है।

विपिन

421 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आप तो गुलाब है,कभी बबूल न बनिए
आप तो गुलाब है,कभी बबूल न बनिए
Ram Krishan Rastogi
ज़हालत का दौर
ज़हालत का दौर
Shekhar Chandra Mitra
*दहेज*
*दहेज*
Rituraj shivem verma
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
विवशता
विवशता
आशा शैली
" एक थी बुआ भतेरी "
Dr Meenu Poonia
ख़ुश-फ़हमी
ख़ुश-फ़हमी
Fuzail Sardhanvi
लोकतंत्र का मंदिर
लोकतंत्र का मंदिर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हाँ ये सच है
हाँ ये सच है
Dr. Man Mohan Krishna
सूरज का ताप
सूरज का ताप
Namita Gupta
हम हिंदुस्तानियों की पहचान है हिंदी।
हम हिंदुस्तानियों की पहचान है हिंदी।
Ujjwal kumar
"सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
करो सम्मान पत्नी का खफा संसार हो जाए
करो सम्मान पत्नी का खफा संसार हो जाए
VINOD CHAUHAN
साक्षर महिला
साक्षर महिला
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रंग आख़िर किसलिए
रंग आख़िर किसलिए
*Author प्रणय प्रभात*
कर क्षमा सब भूल मैं छूता चरण
कर क्षमा सब भूल मैं छूता चरण
Basant Bhagawan Roy
सदा किया संघर्ष सरहद पर,विजयी इतिहास हमारा।
सदा किया संघर्ष सरहद पर,विजयी इतिहास हमारा।
Neelam Sharma
आँखें
आँखें
Neeraj Agarwal
सफ़ेदे का पत्ता
सफ़ेदे का पत्ता
नन्दलाल सुथार "राही"
जिंदा है हम
जिंदा है हम
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
एक ही तो, निशा बचा है,
एक ही तो, निशा बचा है,
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
एक समझदार व्यक्ति द्वारा रिश्तों के निर्वहन में अचानक शिथिल
एक समझदार व्यक्ति द्वारा रिश्तों के निर्वहन में अचानक शिथिल
Paras Nath Jha
*चाय भगोने से बाहर यदि, आ जाए तो क्या कहने 【हास्य हिंदी गजल/
*चाय भगोने से बाहर यदि, आ जाए तो क्या कहने 【हास्य हिंदी गजल/
Ravi Prakash
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
कवि दीपक बवेजा
रंग हरा सावन का
रंग हरा सावन का
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
गरीबी और लाचारी
गरीबी और लाचारी
Mukesh Kumar Sonkar
The Saga Of That Unforgettable Pain
The Saga Of That Unforgettable Pain
Manisha Manjari
Loading...