कुछ तो हक जताया कर
कभी तुझसे ना भी पूछूं,
फिर भी सब बताया कर
खामोशी के पीछे छिपी उदासी
मेरी तू भी पहचान जाया कर
थोड़ा सा ही सही
मगर कुछ तो हक जताया कर
कभी गुस्से में बात ना करूं तो
बार बार मैसेज कर के सताया कर
कभी कभी ज्यादा ही गुस्सा कर देता हूं मैं
मान जाऊंगा यार, बस तू एक बार गले से लगाया कर
थोड़ा सा ही सही
मगर कुछ तो हक जताया कर
देर से जवाब देने की आदत पसंद नही मुझे तेरी
तू खुद में थोड़ा सा सुधार लाया कर
आप, तुम, तू, ओय, ये सब क्या है
अच्छा लगता है बस यार कहकर बुलाया कर
थोड़ा सा ही सही
मगर कुछ तो हक जताया कर…