Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Aug 2020 · 1 min read

कुछ तो लोग कहेंगे।

बदला वही
जिसने सोच लिया
कि मुझे बदलना है।
भीड़ के बीच में से
कुछ कर निकलना है।
बहाने बनाये जा सकते हैं,
पीछे मुड़ने के लिए।
संकल्प एक ही काफी है,
लक्ष्य से जुड़ने के लिए।
हालात होते हैं कई बार
बद से बदतर।
सवाल तुमसे है तो तुम्हे ही
देना होगा उत्तर।
लोग आएंगे ,लोग जाएंगे
अच्छी-बुरी सुनाएंगे।
तुम खड़े रहना
डटे रहना।
क्यूंकि लोगों का काम है कहना
कुछ तो लोग कहेंगे।

विजय महाजन प्रेमी

Language: Hindi
4 Likes · 308 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दोहा समीक्षा- राजीव नामदेव राना लिधौरी
दोहा समीक्षा- राजीव नामदेव राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
3042.*पूर्णिका*
3042.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चले न कोई साथ जब,
चले न कोई साथ जब,
sushil sarna
संघर्ष और निर्माण
संघर्ष और निर्माण
नेताम आर सी
खुद से भी सवाल कीजिए
खुद से भी सवाल कीजिए
Mahetaru madhukar
मौलिक विचार
मौलिक विचार
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
चमकते सूर्य को ढलने न दो तुम
चमकते सूर्य को ढलने न दो तुम
कृष्णकांत गुर्जर
मेरी अना को मेरी खुद्दारी कहो या ज़िम्मेदारी,
मेरी अना को मेरी खुद्दारी कहो या ज़िम्मेदारी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दीपावली
दीपावली
surenderpal vaidya
हर वक़्त सही है , गर ईमान सही है ,
हर वक़्त सही है , गर ईमान सही है ,
Dr. Rajeev Jain
शादी होते पापड़ ई बेलल जाला
शादी होते पापड़ ई बेलल जाला
आकाश महेशपुरी
जीवन के अंतिम दिनों में गौतम बुद्ध
जीवन के अंतिम दिनों में गौतम बुद्ध
कवि रमेशराज
*खुद पर थोड़ी दया कर*
*खुद पर थोड़ी दया कर*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
gurudeenverma198
पोता-पोती बेटे-बहुएँ,आते हैं तो उत्सव है (हिंदी गजल/गीतिका)
पोता-पोती बेटे-बहुएँ,आते हैं तो उत्सव है (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
..
..
*प्रणय*
वादा
वादा
Bodhisatva kastooriya
शमशान की राख देखकर मन में एक खयाल आया
शमशान की राख देखकर मन में एक खयाल आया
शेखर सिंह
*मैं और मेरी चाय*
*मैं और मेरी चाय*
sudhir kumar
लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी
लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी
Dr Tabassum Jahan
मां ने जब से लिख दिया, जीवन पथ का गीत।
मां ने जब से लिख दिया, जीवन पथ का गीत।
Suryakant Dwivedi
सुख दुख के साथी
सुख दुख के साथी
Annu Gurjar
"यादों की बारात"
Dr. Kishan tandon kranti
भगवती दुर्गा तेरी महिमा- भजन -अरविंद भारद्वाज
भगवती दुर्गा तेरी महिमा- भजन -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
I am Sorry
I am Sorry
Mr. Bindesh Jha
सफलता के लिए हमें अनुभव के साथ तर्कसंगत की भी आवश्कता है, तभ
सफलता के लिए हमें अनुभव के साथ तर्कसंगत की भी आवश्कता है, तभ
Ravikesh Jha
मेरे   परीकल्पनाओं   की   परिणाम   हो  तुम
मेरे परीकल्पनाओं की परिणाम हो तुम
पूर्वार्थ
जाने कितनी बार गढ़ी मूर्ति तेरी
जाने कितनी बार गढ़ी मूर्ति तेरी
Saraswati Bajpai
अरे इंसान हैं हम, भगवान नहीं!
अरे इंसान हैं हम, भगवान नहीं!
Ajit Kumar "Karn"
Loading...