कुछ तो लोग कहेंगे।
बदला वही
जिसने सोच लिया
कि मुझे बदलना है।
भीड़ के बीच में से
कुछ कर निकलना है।
बहाने बनाये जा सकते हैं,
पीछे मुड़ने के लिए।
संकल्प एक ही काफी है,
लक्ष्य से जुड़ने के लिए।
हालात होते हैं कई बार
बद से बदतर।
सवाल तुमसे है तो तुम्हे ही
देना होगा उत्तर।
लोग आएंगे ,लोग जाएंगे
अच्छी-बुरी सुनाएंगे।
तुम खड़े रहना
डटे रहना।
क्यूंकि लोगों का काम है कहना
कुछ तो लोग कहेंगे।
विजय महाजन प्रेमी