कुछ गलत हो गई किस्मत
कुछ ग़लत हो गई किस्मत,
यकीनन मैं अपने परिणाम से खुश नहीं
पर बेपनाह यकीन है मुझे मेरी मेहनत पर
बेशक यह मेरी खुशी है
बात यदि सिर्फ मेरी मेहनत की होती
तो यकीनन मेरा परिणाम 100% होता
कुछ गुण जन्मजात भी होते हैं
तभी तो समाज को अभी मुझ पर शक है
कुछ गलत हो गई किस्मत, नहीं तो मेरी मेहनत बेशक है
तो यकीनन में यही सोच कर आगे बढ़ जाती हूं
ईश्वर ने हर चीज हर किसी के लिए नहीं बनाई
नहीं तो प्रेम राधा-कृष्ण ने ही किया था
मुझे रुक्मणी और सत्यभामा के प्रेम पर शक है
कुछ गलत हो गई किस्मत, नहीं तो ये प्रेम बेशक है