कुछ करो ऐसा
करो कुछ ऐसा कि जग तुम्हे याद करे,
बनने को तुम जैसा, हर कोई फरियाद करे। अहिंसा,अस्तेय,दया जैसे गुणों की खान बन, नैतिकता उतार जीवन मे, सब तुम्हारा धन्यवाद करे ।
बनने को तुम जैसा हर कोई……………
सब को माने रब-मूर्ति,न घृणा हो किसी को किसी से,
जिंदगी की कसमकश में भी,
न दूसरों का जीना कोई दुश्वार करे।
बनने को तुम जैसा हर कोई …………..
बनाते हैं जीवन में जो अमूल्य लक्ष्यों को,
बनने को उन-जैसा,उन-सी शक्ति,जोश से हर कोई प्यार करे ।
बनने को तुम जैसा……………
By-अनिल कुमार ‘निश्छल’