कुंडलिया छंद
(पराक्रम दिवस की हार्दिक बधाई)
आज़ादी दूँगा तुम्हें ,मुझको दो तुम खून।
नारा दिया सुभाष ने ,सबमें भरा जुनून।
सबमें भरा जुनून, और लोगों को जोड़ा।
मिला उन्हें सहयोग,सभी का ज्यादा-थोड़ा।
देख तपस्या ,त्याग, देश में हुई मुनादी।
छोड़ो गोरों देश, हमें दो अब आज़ादी।।
डाॅ.बिपिन पाण्डेय