Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2024 · 1 min read

कीमती समय

चला गया जो समय लौटकर,
वापस कभी नहीं आता
सदा समय को खोने वाला,
कर मल-मलकर पछताता ।

जिसने इसे न माना
उसको भी इसने ठुकराया
लाख प्रयत्न करने पर भी
हाथ कभी न उसके आया।

हो जाता है एक घड़ी के लिए
जीवन भर का रोना,
समय बहुत ही मूल्यवान है,
व्यर्थ कभी मत खोना।

© अभिषेक पाण्डेय अभि

7 Likes · 77 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जब किसी व्यक्ति और महिला के अंदर वासना का भूकम्प आता है तो उ
जब किसी व्यक्ति और महिला के अंदर वासना का भूकम्प आता है तो उ
Rj Anand Prajapati
गुरु बिना ज्ञान नहीं, जीवन में सम्मान नहीं।
गुरु बिना ज्ञान नहीं, जीवन में सम्मान नहीं।
Ranjeet kumar patre
ज़ब ज़ब जिंदगी समंदर मे गिरती है
ज़ब ज़ब जिंदगी समंदर मे गिरती है
शेखर सिंह
*आस टूट गयी और दिल बिखर गया*
*आस टूट गयी और दिल बिखर गया*
sudhir kumar
# लोकतंत्र .....
# लोकतंत्र .....
Chinta netam " मन "
पसंद तो आ गई तस्वीर, यह आपकी हमको
पसंद तो आ गई तस्वीर, यह आपकी हमको
gurudeenverma198
4518.*पूर्णिका*
4518.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सामने आ रहे
सामने आ रहे
surenderpal vaidya
अर्थ में,अनर्थ में अंतर बहुत है
अर्थ में,अनर्थ में अंतर बहुत है
Shweta Soni
“बधाई और शुभकामना”
“बधाई और शुभकामना”
DrLakshman Jha Parimal
दोहा सप्तक. . . . . दौलत
दोहा सप्तक. . . . . दौलत
sushil sarna
मुझे लगा अब दिन लदने लगे है जब दिवाली की सफाई में मां बैट और
मुझे लगा अब दिन लदने लगे है जब दिवाली की सफाई में मां बैट और
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
सरसी छन्द
सरसी छन्द
Dr.Pratibha Prakash
पूर्णिमा की चाँदनी.....
पूर्णिमा की चाँदनी.....
Awadhesh Kumar Singh
🙅एक सलाह🙅
🙅एक सलाह🙅
*प्रणय*
आप तनाव में तनिक मत रहो,
आप तनाव में तनिक मत रहो,
Ajit Kumar "Karn"
☄️ चयन प्रकिर्या ☄️
☄️ चयन प्रकिर्या ☄️
Dr Manju Saini
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
कहते हैं लड़कों की विदाई नहीं होती .
कहते हैं लड़कों की विदाई नहीं होती .
Manisha Manjari
मन काशी में रम जाएगा जब काशी तन ये जाएगा
मन काशी में रम जाएगा जब काशी तन ये जाएगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
अनुभूति...
अनुभूति...
ओंकार मिश्र
यूं जरूरतें कभी माँ को समझाने की नहीं होती,
यूं जरूरतें कभी माँ को समझाने की नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इतनी खुबसूरत नही होती मोहब्बत जितनी शायरो ने बना रखी है,
इतनी खुबसूरत नही होती मोहब्बत जितनी शायरो ने बना रखी है,
पूर्वार्थ
मसला ये हैं कि ज़िंदगी उलझनों से घिरी हैं।
मसला ये हैं कि ज़िंदगी उलझनों से घिरी हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
नानी का गांव
नानी का गांव
साहित्य गौरव
कुंडलिया
कुंडलिया
आर.एस. 'प्रीतम'
तुम्हारी मुस्कराहट
तुम्हारी मुस्कराहट
हिमांशु Kulshrestha
पानीपुरी (व्यंग्य)
पानीपुरी (व्यंग्य)
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
"नजीर"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-562💐
💐प्रेम कौतुक-562💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...