कि सब ठीक हो जायेगा
तेरा त्याग ही, तेरा मोल चुकायेगा
तेरा बहते आसू, शुद्धि स्नान बन जायेगा
की सब ठीक हो जायेगा
तेरी आखों की उदासी ये भी भर जायेगा
तेरा आज का सुनापन, तेरे कल का कौतुहल लायेगा
कि सब ठीक हो जायेगा
की जो तू गिनती है, सुइयां घड़ी की आज
की कल तेरे से ही हर समय हो जायेगा
कि सब ठीक हो जायेगा
तू बस आज आंधियारो के आगे, जगी रहना
कल ये तेरा काजल निखार बन जायेगा
कि तब सब ठीक हो जायेगा
जो तू उठाती हो खुद के होने पे सवाल
कल तेरा अस्तित्व ओरो का भी पहचान बन जायेगा
हां, एक रोज सब ठीक हो जायेगा