किस जन्म में
तुम तो
एक परिंदे से उड़ गये
मुझसे दूर कहीं
एक खुले आसमान में
कभी वापिस आकर
मुझसे कभी न
मिलने के लिए
लेकिन पता नहीं
याद नहीं आता कि
यह रिश्ता मैंने
तुम्हारे साथ
किस जन्म में
जोड़ा था कि
अपने घर की छत,
मुंडेर, आंगन या
कहीं आसपास भी
कभी विचरता नहीं देखा था
यूं तो कभी
मैंने तुम्हें।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001