किस क़दर…
जो तुम्हें ख्वाहिश हो
जानने की
किस क़दर बुरा हूँ मैं
आओ,
बैठो पास मेरे, बूझ कर देखो
शायद कुछ किस्से
और मिल जाएं मेरी बुराई के
हिमांशु Kulshreshtha
जो तुम्हें ख्वाहिश हो
जानने की
किस क़दर बुरा हूँ मैं
आओ,
बैठो पास मेरे, बूझ कर देखो
शायद कुछ किस्से
और मिल जाएं मेरी बुराई के
हिमांशु Kulshreshtha