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18 May 2021 · 1 min read

किसी की चाह मे खुद को

किसी की चाह में खुद को तबाह कर लेंगे
है ये गुनाह तो हम ये गुनाह कर लेंगे
न दो नसीहतें अब तो खुमार उनका है
वगरना हमें भी मालूम वो साथ कहाँ तक देंगे
अब आगे उनकी मर्जी मेहरबां हो सितम ढाये
हम तो आखिर दीवाने हैं हर हाल निबाह कर लेंगे
रश्मो रिवाज दीनोहरम पहले तमाम कर आये
उनकी खुशी की खातिर तो खुद को तमाम कर लेंगे

M.Tiwari”Ayen”

1 Like · 289 Views
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