किसी का प्यार मिल जाए ज़ुदा दीदार मिल जाए
किसी का प्यार मिल जाए ज़ुदा दीदार मिल जाए
न हारूँगा मुहब्बत का अगर गुल हार मिल जाए/1
गिरे जो बूँद उज्ज्वल सीप में मोती बना करती
समझ आए कहानी जो ख़ुशी का सार मिल जाए/2
आर.एस. ‘प्रीतम’
किसी का प्यार मिल जाए ज़ुदा दीदार मिल जाए
न हारूँगा मुहब्बत का अगर गुल हार मिल जाए/1
गिरे जो बूँद उज्ज्वल सीप में मोती बना करती
समझ आए कहानी जो ख़ुशी का सार मिल जाए/2
आर.एस. ‘प्रीतम’