Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2024 · 1 min read

किसान

किसान –

किसान जवान नव जवान युग समय काल के निर्धारक अभिमान।।

संघर्ष ज्वाला में तपते भाग्य भगवान का विश्वास ।।

मौसम ऋतुओं से लड़ता शत्रु अनेक फिर भी निडर निर्विकार।।

अन्नदाता किसान धरती माँ कि संतान धरतीपुत्र विराट।।

समाज का पेट पालता स्वयं फटेहाल बदहाल कभी बाढ़ कभी सूखा का प्रकृति कि मार ।।

आश लगाए जीवन का युद्ध लड़ता रहता घरों का चूल्हों कि आग।।

ना कोई भूखा रहे पल प्रहर श्रम पराक्रम करता घुट घुट कर जीता मरता किसान।।

आहे भरता कह गए कवि घाग उत्तम खेती लेकिन निकृष्ट बन गया किनान ।।

धन लक्ष्मी को तरसता पैसे पैसे को मोहताज कर्ज के जंजाल में फंसता किसान।।

बेटी का व्याह बेटे कि शिक्षा दीक्षा हताश निराश किसान।।

कभी कभी जीवन स्वंय का स्वंय समाप्त कर देता किसान राष्ट्र कि शान ।।

हालत हालात से मजबूर कभी किसी भी हाल में नही चाहता भवि पीढ़ी बने किसान ।।

वाह दुनियां कितनी बदल गयी इंसान अन्नदाता किसान दबा कुचला समाज समय का अभिशाप।।

Language: Hindi
42 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
View all
You may also like:
****जानकी****
****जानकी****
Kavita Chouhan
पृथ्वी
पृथ्वी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*अमूल्य निधि का मूल्य (हास्य व्यंग्य)*
*अमूल्य निधि का मूल्य (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
ମର୍ଯ୍ୟାଦା ପୁରୁଷୋତ୍ତମ ଶ୍ରୀରାମ
ମର୍ଯ୍ୟାଦା ପୁରୁଷୋତ୍ତମ ଶ୍ରୀରାମ
Bidyadhar Mantry
They say,
They say, "Being in a relationship distracts you from your c
पूर्वार्थ
तुझे ढूंढने निकली तो, खाली हाथ लौटी मैं।
तुझे ढूंढने निकली तो, खाली हाथ लौटी मैं।
Manisha Manjari
श्रम दिवस
श्रम दिवस
SATPAL CHAUHAN
ज़िंदगी - एक सवाल
ज़िंदगी - एक सवाल
Shyam Sundar Subramanian
राम नाम अतिसुंदर पथ है।
राम नाम अतिसुंदर पथ है।
Vijay kumar Pandey
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
साहित्य गौरव
2848.*पूर्णिका*
2848.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिसनै खोया होगा
जिसनै खोया होगा
MSW Sunil SainiCENA
कभी लगे  इस ओर है,
कभी लगे इस ओर है,
sushil sarna
वक़्त होता
वक़्त होता
Dr fauzia Naseem shad
Irritable Bowel Syndrome
Irritable Bowel Syndrome
Tushar Jagawat
अनारकली भी मिले और तख़्त भी,
अनारकली भी मिले और तख़्त भी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुद्दत से संभाला था
मुद्दत से संभाला था
Surinder blackpen
पूस की रात
पूस की रात
Atul "Krishn"
क्यों दोष देते हो
क्यों दोष देते हो
Suryakant Dwivedi
ज़रूरी है...!!!!
ज़रूरी है...!!!!
Jyoti Khari
😊 #हास्य_गीत-
😊 #हास्य_गीत-
*प्रणय प्रभात*
फितरत या स्वभाव
फितरत या स्वभाव
विजय कुमार अग्रवाल
" शिक्षक "
Pushpraj Anant
*शिवोहम्*
*शिवोहम्* "" ( *ॐ नमः शिवायः* )
सुनीलानंद महंत
तेरी चौखट पर, आये हैं हम ओ रामापीर
तेरी चौखट पर, आये हैं हम ओ रामापीर
gurudeenverma198
क्या हुआ जो तूफ़ानों ने कश्ती को तोड़ा है
क्या हुआ जो तूफ़ानों ने कश्ती को तोड़ा है
Anil Mishra Prahari
नशा और युवा
नशा और युवा
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
*बाल गीत (मेरा सहपाठी )*
*बाल गीत (मेरा सहपाठी )*
Rituraj shivem verma
"इन्तजार"
Dr. Kishan tandon kranti
🌺हे परम पिता हे परमेश्वर 🙏🏻
🌺हे परम पिता हे परमेश्वर 🙏🏻
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
Loading...