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15 Aug 2023 · 1 min read

किसान

किसान

पसीना बहाकर खेत जोतता
बीज बोकर अन्न उपजाता ।
भूखा रहकर लोगों की भूख मिटाता
तभी वह जग में अन्नदाता कहलाता ।
आंधी, तूफ़ान, गर्मी से वह न घबराता
परिश्रम से कभी न जी चुराता ।
धरती माँ की सदा सेवा करता
मेहनत पर ही विश्वास करता ।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

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