Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 1 min read

किसान का दर्द

कोई न समझे इस दुनियाँ में ,
जब दर्द किसी को होता है।॥1॥

दिनभर मेहनत करके भी ,
रात में भूखा सोना होता है॥2॥

रोटी के एक टुकड़े की खातिर ,
न जाने कितने सपने संजोता है ॥3॥

लेकिन जब रोटी न मिलती ,
वह अपनी किस्मत पर रोता है ॥4॥

अब कुछ भी पास नहीं है उसके ,
पल – पल वो सब कुछ खोता है ॥5॥

पेट भर सके हम सब का ,
इसलिए बीज वो बोता है ॥6॥

इतना सबकुछ करने पर भी ,
आखिर किसान क्यों रोता है ॥7॥

त्याग दिया सुख उसने सारा ,
और बिन बिस्तर वो सोता है ॥8॥

पैसे वालों के लिए आज भी ,
वो बस एक सिक्का खोटा है ॥9॥

स्वरचित काव्य रचना
तरुण सिंह पवार

Language: Hindi
56 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फूल कभी भी बेजुबाॅ॑ नहीं होते
फूल कभी भी बेजुबाॅ॑ नहीं होते
VINOD CHAUHAN
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
■ भाषा संस्कारों का दर्पण भी होती है श्रीमान!!
■ भाषा संस्कारों का दर्पण भी होती है श्रीमान!!
*Author प्रणय प्रभात*
उपेक्षित फूल
उपेक्षित फूल
SATPAL CHAUHAN
मन से भी तेज ( 3 of 25)
मन से भी तेज ( 3 of 25)
Kshma Urmila
3-“ये प्रेम कोई बाधा तो नहीं “
3-“ये प्रेम कोई बाधा तो नहीं “
Dilip Kumar
फुटपाथ
फुटपाथ
Prakash Chandra
जिंदगी का सफर है सुहाना, हर पल को जीते रहना। चाहे रिश्ते हो
जिंदगी का सफर है सुहाना, हर पल को जीते रहना। चाहे रिश्ते हो
पूर्वार्थ
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
श्री राम जय राम।
श्री राम जय राम।
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
आम्बेडकर ने पहली बार
आम्बेडकर ने पहली बार
Dr MusafiR BaithA
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
3411⚘ *पूर्णिका* ⚘
3411⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
सकारात्मक सोच
सकारात्मक सोच
Dr fauzia Naseem shad
सवाल
सवाल
Manisha Manjari
I.N.D.I.A
I.N.D.I.A
Sanjay ' शून्य'
" जब तक आप लोग पढोगे नहीं, तो जानोगे कैसे,
शेखर सिंह
बाक़ी है..!
बाक़ी है..!
Srishty Bansal
Khahisho ki kashti me savar hokar ,
Khahisho ki kashti me savar hokar ,
Sakshi Tripathi
कर्म परायण लोग कर्म भूल गए हैं
कर्म परायण लोग कर्म भूल गए हैं
प्रेमदास वसु सुरेखा
जिंदगी
जिंदगी
Bodhisatva kastooriya
मन्नत के धागे
मन्नत के धागे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
स्त्री
स्त्री
Shweta Soni
जीत रही है जंग शांति की हार हो रही।
जीत रही है जंग शांति की हार हो रही।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जग-मग करते चाँद सितारे ।
जग-मग करते चाँद सितारे ।
Vedha Singh
*रामपुर का प्राचीनतम मंदिर ठाकुरद्वारा मंदिर (मंदिर श्री मुनीश्वर दत्त जी महाराज
*रामपुर का प्राचीनतम मंदिर ठाकुरद्वारा मंदिर (मंदिर श्री मुनीश्वर दत्त जी महाराज
Ravi Prakash
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
त्याग समर्पण न रहे, टूट ते परिवार।
त्याग समर्पण न रहे, टूट ते परिवार।
Anil chobisa
मुक्तक
मुक्तक
दुष्यन्त 'बाबा'
दिल  में हसरत  जगे तो दबाना नहीं।
दिल में हसरत जगे तो दबाना नहीं।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
Loading...