कितनी शिद्दत से देखा होगा मेरी नज़रों ने
कितनी शिद्दत से देखा होगा मेरी नज़रों ने
तुम्हारी झुकी निगाहों को
की हर बार पलक झपकते ही
मेरी नींद छीन लेता है
शिव प्रताप लोधी
कितनी शिद्दत से देखा होगा मेरी नज़रों ने
तुम्हारी झुकी निगाहों को
की हर बार पलक झपकते ही
मेरी नींद छीन लेता है
शिव प्रताप लोधी