कितनी प्यारी आयी होली !
कितनी प्यारी आयी होली !
नभ में सुंदर प्यारी प्यारी,
चिड़ियों की निकल पड़ी टोली
चिड़ियों ने इधर उधर देखा
फिर चिड़ियाँ आपस में बोलीं
कितनी प्यारी आयी होली !
बच्चे गांव में दौड़ पड़े,
आओ बढ़ाएंगे हम होली
कुछ कलियों ने ऑंखें खोलीं
कुछ कलियाँ कलियों से बोलीं
आओ हम भी खेलें होली
कितनी प्यारी आयी होली !
रंगों की भर भर के झोली,
बच्चों ने भी खेली होली
हम भी दादी माँ से बोले,
दादी हम भी खेलें होली
दादी माँ हँसकर के बोलीं
बेटा तुम भी खेलो होली
कितनी प्यारी आयी होली !
घर घर बनते पकवान मधुर,
मीठी बोली,भंगिया घोली,
है प्यार बरसता फागुन में
बस हंसी ख़ुशी मृदु ठिठोली
स्वागत में बिखरा है बसंत
द्वारो पर सुंदर रंगोली
कितनी प्यारी आयी होली !