कितनी दूर
कितनी दूर,
चलना है अभी कितनी दूर?
थक गए हैं पाँव, देह हो गई चूर,
अभी चलना है बताओ कितनी दूर?
मेरे साथ-साथ थक गए हैं,
चाँद-सितारे, बादल-पंछी,
नदी-सागर,हैं दूर किनारे
थक गई अब तो धरती भी भरपूर,
अभी चलना है बताओ कितनी दूर?
इस राह में है नही कोई गाँव,
न कोई ठौर न ठाँव,
ज़िंदगी ढूँढ रही है छाँव,
उस पर यह,
धूप गर्मी वर्षा अतिक्रूर
अभी चलना है बताओ कितनी दूर?
कितनी दूर…..