कितनी अजीब कहानी है प्यार उनका अब मेरे लिए निशानी है
कितनी अजीब कहानी है
प्यार उनका अब मेरे लिए निशानी है
बिक रही है निशानी सरे बाज़ार में
आज कौन यहाँ मीरा जैसी दीवानी है
लूट लिया अपनों ने ही सरे बाज़ार में
अपनों की बात सबको क्या बतानी है
आज अपने ही दुश्मन बन बैठे है
तो गैरों से क्या दुश्मनी निभानी है
देख लिया नज़ारा सबने सरे आम
अब इस पर कहानी क्या बनानी है
नहीं है कोई राज़ दबा हुआ पीछे पर्दे के
पर्दा उठाकर कौन सी कहानी दिखानी है
रहो सतर्क अपनों से ही इस दुनिया में
अपनों ने ही यहाँ नैया अपनी डुबानी है
भूपेंद्र रावत
30/12/2017