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15 Jun 2020 · 3 min read

जिंदगी…… एक सफर

कितना बदल गया है इंसान,
शायद यह बोलने मे जीतना अटपटा और अगूढ़ लगता है उतना ही सत्यता को समेटे हुए है l कहते है चलने का नाम जिंदगी है लेकिन जिंदगी ज़ब सामने देखकर सही रफ़्तार मे समाज के साथ कदम मिलाकर चली जाये तो जीने का मजा और जिंदगी कि सारी हसरते पूरी हो जाती है लेकिन यहां पर वही बात आती है कितना बदल गया है इंसान…
भागदौड़ भारी जिंदगी, यह पाना है वह पाना है, यह करना है वह करना है, ऐसे करना है वैसे करना है, इससे आगे जाना है उससे आगे जाना है, मेरे भाई बस कर ठहर जा, इतना भागेगा तो भागता रह जायेगा और जो तेरे पास है वह भी पीछे छूट जायेगा और जितना पायेगा उससे ज्यादा खो देगा l इसलिए समझदारी के साथ आराम से चलो जितना मिले ख़ुशी पहले उसमे मना लो ताकि यदि वह छूटे तो उसके जाने का गम ना रहे और और जो मिले उसमे भरपूर आनंद के साथ जिओ l
किसी ने सही कहा है जिंदगी एक कला है और इसमें हर वह रंग पिरोया हुआ है जिसे आप जीना चाहते है बस फर्क इतना है कि आप उन रंगों को खोज पाते है या नहीं और आप के खोजने का तरीका कैसा है l हमसे ज़ब कोई दूर जाता है तो हम यह सोचते है कि उसके बिना मेरी जिंदगी अधूरी हो जाएगी और ज़ब कोई पास आता है तो हम सोचते है कि यदि आप ना होते तो शायद मै अपनी जिंदगी जी ही ना पाता l मेरे भाई यही कला है जीने कि जो दूर जाना चाहता है जाने दो लेकिन उसके लिए होना कीमती वक़्त ना बर्बाद करो और जो कुछ पास है उसमे उस पल को जिओ जिंदगी हसीन हो जाये l दिल हमेशा पत्थर कि तरह रखो ताकि किसी के जाने का गम ना हो और इतना कोमल रखो कि किसी के आने पर ख़ुशी कम ना हो l
वह कहते है ना पेड़ एक ही होता है लेकिन उनमे डालिया अनेक होती है l हमें पेड़ कि हर डाली के हर उस पुष्प कि सुगंध लेनी है जो हमारा जीवन तन्मय कर दे l जीवन को जितना दुखी, उदासी पूर्ण, बनाओगे दुनिया उतनी ही बुरी लगेगी और एक बार मुस्करा कर देखो चारो तरह एक नहयी सी चहक मिलेगी l यार दोस्त ऐसे रखो जिनमे जीने का सलीका मौजूद हो, माता पिता से ऐसा व्यहार रखो जिनसे जीना सीख साखो, भाई बहन के साथ ऐसा वर्ताव रखो जिन्हे जीने कि प्रेरणा दे सको l
जिंदगी वह रंगमंच है जहाँ हर वक़्त एक नया किरदार नवनूतन प्रस्तुति देता है और हर प्रस्तुति कुछ नया सिखाती है l इसलिए हम ठहर गए तो पत्थर और चल दिए तो कल कल करता हुआ नवप्रज्जलित शीतल जल है जो ठोकरे खा खा कर भी अपनी लय नहीं छोड़ता हैl आशाओ और निराशाओ का पल हर समय आता रहेगा लेकिन जीना उन बिन्दुवों मे है जिनमे परिस्थिति कोई भी हो साहस और सलीका नहीं छोड़ना है l

हम नवनूतन के प्राणी है
धरती से अम्बर तक चमन हमारा
गिरे तो माँ का आशीष
उठे तो पिता के कंधे का सहारा
दोस्त हमारे दिल की धड़कन
भाई बहन से रिस्ता प्यारा

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Likes · 2 Comments · 348 Views
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