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20 Jun 2023 · 1 min read

कितना तन्हा

कितना तन्हा, खुद को वो पाए।
दिल तसल्ली को जब तरस जाए ।।
भीड़ भी हो बेपनाह अपनों की ।
और कोई अपना नज़र नहीं आये ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
13 Likes · 423 Views
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