Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2024 · 1 min read

कितना कुछ

कितना कुछ तुझे कहना चाहती थी मैं।
तेरी पलकों तले ,रहना चाहती थी मैं।

क्यूं बेगाने से मुझसे हुये जाते हो तुम
या किसी और के ख्यालों में हो‌ गुम ।

तुम बेवफा निकलोगे , दिल मानता नहीं
कह देते वो भी जो ,दिल जानता नहीं।

कितने सपने ,कितने ख्वाब देखे तेरे संग
कह न पाई मैं ,मगर दिल में रही उमंग।

अनसुलझी दबी है अंदर कितनी पहेलियां
आंहे और आंसू ,बनी है मेरी सहेलियां

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
61 Views
Books from Surinder blackpen
View all

You may also like these posts

ज़िंदगी जीने के लिए है
ज़िंदगी जीने के लिए है
Meera Thakur
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
श्रीहर्ष आचार्य
दो भावनाओं में साथ
दो भावनाओं में साथ
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
..
..
*प्रणय*
काश!
काश!
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
प्रेम
प्रेम
Shyam Sundar Subramanian
सुस्ता लीजिये थोड़ा
सुस्ता लीजिये थोड़ा
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
एक तरफे इश्क़ के आदि लोग,
एक तरफे इश्क़ के आदि लोग,
ओसमणी साहू 'ओश'
#ਇੱਕ ਨਾਲ ਇੱਕ ਰਲਸੀ ਫਿਰ ਵੀ ਇੱਕ ਹੋਸੀ
#ਇੱਕ ਨਾਲ ਇੱਕ ਰਲਸੀ ਫਿਰ ਵੀ ਇੱਕ ਹੋਸੀ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
मुझसे जुदा होके तू कब चैन से सोया होगा ।
मुझसे जुदा होके तू कब चैन से सोया होगा ।
Phool gufran
आजादी  भी अनुशासित हो।
आजादी भी अनुशासित हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बहुत पढ़ी थी जिंदगी में
बहुत पढ़ी थी जिंदगी में
VINOD CHAUHAN
हृदय वीणा हो गया
हृदय वीणा हो गया
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
नाख़ूनों पर
नाख़ूनों पर
Akash Agam
हार जाती मैं
हार जाती मैं
Yogi B
नारी शक्ति
नारी शक्ति
राधेश्याम "रागी"
मुझे अकेले ही चलने दो ,यह है मेरा सफर
मुझे अकेले ही चलने दो ,यह है मेरा सफर
डॉ. दीपक बवेजा
यथार्थ का सीना
यथार्थ का सीना
Dr MusafiR BaithA
कुछ लोगो ने मुझको पढ्ना बन्द कर दिया।
कुछ लोगो ने मुझको पढ्ना बन्द कर दिया।
Ashwini sharma
विपत्ति में, विरोध में अडिग रहो, अटल रहो,
विपत्ति में, विरोध में अडिग रहो, अटल रहो,
पूर्वार्थ
"जिन्दगी के वास्ते"
Dr. Kishan tandon kranti
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
Harminder Kaur
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
मेरे हिस्से में जितनी वफ़ा थी, मैंने लूटा दिया,
मेरे हिस्से में जितनी वफ़ा थी, मैंने लूटा दिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
परिवार
परिवार
Neeraj Agarwal
**OPS माँग भरा मुक्तक**
**OPS माँग भरा मुक्तक**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बुढ़ापा अभिशाप नहीं वरदान है
बुढ़ापा अभिशाप नहीं वरदान है
GIRISH GUPTA
वीर जवान
वीर जवान
Shriyansh Gupta
गुदगुदी
गुदगुदी
D.N. Jha
दोहा पंचक. . . . . तकदीर
दोहा पंचक. . . . . तकदीर
sushil sarna
Loading...