काश!!!!!
काश!!!!!
बहुत सुंदर!!!!
हंसती मुस्कुराती नाचती
फूलों सी महकती
खिलती
तितलियों के पीछे
दौड़ लगाती
बादलों को देख
उछलने लगती
बारिश में छप-छपाक
भागती भीगती
हवा से बातें करती
पेड़ों से मिलती गले
पंछियों के साथ
राग मिलाती
इंद्रधनुषी आंचल
लहराती
सबके मन भाती
भर देती झोलियां
सबकी
खुशियों से
हर लेती गम
सुकून बरसाती
सींच देती हर मन
मानवता भर देती
मिटा देती कलुष
“मौज” रंग सजा देती
काश!!!!!!!!
ये जिंदगी……!!!!
मन की
मालकिन होती!!!!
विमला महरिया “मौज”