Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2024 · 2 min read

काश ! ! !

कुछ बात थी तुझमें
तेरे मधु बोल मन को खींचते थे,
मुग्ध हो कर देखती, व्यक्तित्व तेरा मोहता था-
चाहतों की चाशनी दिल पर चढ़ी थी…

वह प्यार था!
इक खुशनुमा एहसास सा
जिसके नशे में डूबता हर पल नया था
जिन्दगी का…

आँख ख़्वाबों से सजी थीं
साँस शहनाई बनी थी
रात-दिन सब मिल गये थे
चाँद का भंँवरा, धूप के फूल पे मंडरा रहा, रसपान करता,
स्वेच्छा से…

क्षितिज में धरती-गगन जैसे मिले हैं
कल्पना थी यूँ हमारा साथ होगा
जोहती थी बाट कब हम मिल सकेंगे
साथ में दिल खोल कर हम हंँस सकेंगे,
गुनगुने स्पर्श रोमांचित करेंगे
थरथराते-दहकते तन-मन मिलेंगे
आस पर विश्वास था, थी आस्था
सच कह रहे हो तुम कि
हम निश्चित मिलेंगे…

मन प्रफुल्लित था तुम्हारे स्नेहरस से
साथ की उम्मीद से ही तृप्त था मन
सोचकर, कोई कहीं तो है मुझे जो चाहता है
इस धरा पे …

पर कहाँ त्रुटि हो गई?
क्यों राह थोड़ी मुड़ गई?
वह मधुरता खो गयी कुछ होड़ जैसी हो गयी?
दो अहम् टकरा गये
क्यों चोट मन को लग गयी?
अब खुश नहीं तुम और ना मैं ही सुखी…

कोई वज़ह मिलती नहीं,
दुर्भावना दिखती नहीं
शायद मेरे कुछ शब्द दिल में चुभ गये,
मृदु भावनायें जल गयीं जो प्यार का दम भर रही थीं
साथ जीने और मरने की कसम भी ले रही थीं
उम्र भर की…

ग़र भरोसा आपको मुझ पर रहा होता
नहीं कुछ वाक्य इसको तोड़ सकते
प्रेम का रस सोख सकते
यूँ मुझे लगता तुम्हारी भावना कमज़ोर थी
और था वहम,
विश्वास की बेहद कमी थी…

हम चुक गये थे, पीठ अपनी मोड़ ली थी,
प्यार से विश्वास मेरा उठ गया था,
सोचती थी हाय! क्यों हम तुम मिले थे?
साथ मिल कर चल पड़े थे?
जब भरोसा काँच सा था?
टूटता इक बात से था?
क्यों क़सम खायी, प्रीत मन में बसाई ?
यह सही होता, कभी हम तुम न मिलते,
साथ चलने का कौल कोई न लेते,
तुम सुखी रहते और
मैं भी न रोती….

2 Likes · 150 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
मायूस ज़िंदगी
मायूस ज़िंदगी
Ram Babu Mandal
पागल।। गीत
पागल।। गीत
Shiva Awasthi
*रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता,*
*रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता,*
शेखर सिंह
भाल हो
भाल हो
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
Dr fauzia Naseem shad
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुझसे देखी न गई तकलीफ़,
मुझसे देखी न गई तकलीफ़,
पूर्वार्थ
समाप्त वर्ष 2023 मे अगर मैने किसी का मन व्यवहार वाणी से किसी
समाप्त वर्ष 2023 मे अगर मैने किसी का मन व्यवहार वाणी से किसी
Ranjeet kumar patre
रास्तो के पार जाना है
रास्तो के पार जाना है
Vaishaligoel
3631.💐 *पूर्णिका* 💐
3631.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
इतना तो करम है कि मुझे याद नहीं है
इतना तो करम है कि मुझे याद नहीं है
Shweta Soni
आंखों से अश्क बह चले
आंखों से अश्क बह चले
Shivkumar Bilagrami
पैसे कमाने के लिए लोग नीचे तक गिर जाते हैं,
पैसे कमाने के लिए लोग नीचे तक गिर जाते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
मनुष्य की पहचान अच्छी मिठी-मिठी बातों से नहीं , अच्छे कर्म स
मनुष्य की पहचान अच्छी मिठी-मिठी बातों से नहीं , अच्छे कर्म स
Raju Gajbhiye
प्रेमी चील सरीखे होते हैं ;
प्रेमी चील सरीखे होते हैं ;
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"" *हे अनंत रूप श्रीकृष्ण* ""
सुनीलानंद महंत
टूटे ना नेहिया की तार
टूटे ना नेहिया की तार
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
लौट कर आने की अब होगी बात नहीं।
लौट कर आने की अब होगी बात नहीं।
Manisha Manjari
त्वमेव जयते
त्वमेव जयते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कवित्व प्रतिभा के आप क्यों ना धनी हों ,पर आप में यदि व्यावहा
कवित्व प्रतिभा के आप क्यों ना धनी हों ,पर आप में यदि व्यावहा
DrLakshman Jha Parimal
#सीधी_बात 👍
#सीधी_बात 👍
*प्रणय*
5. इंद्रधनुष
5. इंद्रधनुष
Rajeev Dutta
"यही जीवन है"
Dr. Kishan tandon kranti
21 उम्र ढ़ल गई
21 उम्र ढ़ल गई
Dr .Shweta sood 'Madhu'
रिमझिम रिमझिम बारिश में .....
रिमझिम रिमझिम बारिश में .....
sushil sarna
काश ऐसा हो, रात तेरी बांहों में कट जाए,
काश ऐसा हो, रात तेरी बांहों में कट जाए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कुछ खास दिलों को
कुछ खास दिलों को
shabina. Naaz
*सखावत हुसैन खान का गजल गायन: एक अनुभूति*
*सखावत हुसैन खान का गजल गायन: एक अनुभूति*
Ravi Prakash
अलगाव
अलगाव
अखिलेश 'अखिल'
Loading...