Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jun 2024 · 1 min read

बचपन का मौसम

काश! बचपन का मौसम
हर मौसम की तरह
फिर से आ जाता।
गर्मी की तरह
गर्म जोशी दे जाता।

*मीरा ठाकुर

10 Likes · 6 Comments · 125 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Meera Thakur
View all
You may also like:
"वोटर जिन्दा है"
Dr. Kishan tandon kranti
#उलझन
#उलझन
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
पिछले पन्ने 6
पिछले पन्ने 6
Paras Nath Jha
#मूल_दोहा-
#मूल_दोहा-
*प्रणय*
पर्वतों से भी ऊॅ॑चा,बुलंद इरादा रखता हूॅ॑ मैं
पर्वतों से भी ऊॅ॑चा,बुलंद इरादा रखता हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
मुक्तक
मुक्तक
पंकज परिंदा
खुदा ने इंसान बनाया
खुदा ने इंसान बनाया
shabina. Naaz
दिनकर तुम शांत हो
दिनकर तुम शांत हो
भरत कुमार सोलंकी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Seema Garg
नमन!
नमन!
Shriyansh Gupta
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
मजदूर है हम
मजदूर है हम
Dinesh Kumar Gangwar
** लोभी क्रोधी ढोंगी मानव खोखा है**
** लोभी क्रोधी ढोंगी मानव खोखा है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
यूं अपनी जुल्फों को संवारा ना करो,
यूं अपनी जुल्फों को संवारा ना करो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सत्य वह है जो रचित है
सत्य वह है जो रचित है
रुचि शर्मा
मोहब्बत बस यात्रा है
मोहब्बत बस यात्रा है
पूर्वार्थ
Biography of Manish Mishra World Record Holder Journalist
Biography of Manish Mishra World Record Holder Journalist
World News
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
Phool gufran
पिता आख़िर पिता है
पिता आख़िर पिता है
Dr. Rajeev Jain
अरे यार तू जा जहाँ जाना चाहती है जा,
अरे यार तू जा जहाँ जाना चाहती है जा,
Dr. Man Mohan Krishna
"तब तुम क्या करती"
Lohit Tamta
മഴ
മഴ
Heera S
दोहा पंचक. . . . . वर्षा
दोहा पंचक. . . . . वर्षा
sushil sarna
हमारा मन
हमारा मन
surenderpal vaidya
अतीत की रोटी
अतीत की रोटी
पंकज कुमार कर्ण
नियत और सोच अच्छा होना चाहिए
नियत और सोच अच्छा होना चाहिए
Ranjeet kumar patre
फिर वही शाम ए गम,
फिर वही शाम ए गम,
ओनिका सेतिया 'अनु '
I want to collaborate with my  lost pen,
I want to collaborate with my lost pen,
Sakshi Tripathi
समझो साँसो में तेरी सिर्फ मैं हूँ बसाँ..!!
समझो साँसो में तेरी सिर्फ मैं हूँ बसाँ..!!
Ravi Betulwala
4423.*पूर्णिका*
4423.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...