काश तुम मेरी जिंदगी में होते
—-विषय–काश तुम —
काश तुम मेरी ज़िंदगी में जो होते
ज़िंदगी से इतनी शिकायत न होती।।
वफ़ा ज़िंदगी में बेवफाई न होती मोहब्बत के हम भी मसीहा ही होते जिंदगी में इतनी रुसवाई न होती।।
काश तुम मेरी जिंदगी में जो होते जिंदगी से इतनी शिकायत न होती।।
ख्वाहिसों कि चाहत हकीकत की जिंदगी इश्क कि इतनी दीवानगी न होती ।।
काश तुम मेरी जिंदगी में जो होते जिंदगी से इतनी शिकायत न होती।।
जूनून जिंदगी का मकसद कि मंजिल तूफां कि मंजिलों से इतनी शिकायत न होती।।
काश तुम मेरी जिंदगी में जो होते जिंदगी से इतनी शिकायत न होती।।
जिंदगी में दोस्त कम दुश्मन बहुत दोस्तों से शिकवा दुश्मनो कि इतनी इनायत न होती।।
जज्बों कि जिंदगी रिश्तों का जहाँ रिश्तों में इतनी कवायत न होती।।
काश तुम मेरी जिंदगी में जो होते जिंदगी से इतनी शिकायत न होती।।
नादा मोहब्बत निभाने का वादा कशमकश कि जिंदगी में कशिश इबादत न होती।।
काश तुम मेरी जिंदगी में जो होते जिंदगी से इतनी शिकायत न होती।।
जिंदगी का सफर आरजू की ख़ुशी
जिंदगी गम के आंसुओ कि सुराही न होती।।
काश तुम मेरी जिंदगी में जो होते जिंदगी से इतनी शिकायत न होती।।
जिंदगी ख़ुशी गम कि साकी शराब जिंदगी नशा गम जुदाई न होती।
काश तुम मेरी जिंदगी में जो होते जिंदगी से इतनी शिकायत न होती।।