काश अगर हम ……
काश अगर हम पंछी होते,
तो दूर गगन में उड़ जाते|
एक देश से दूर देश तक,
सैर सपाटा कर आते ||
काश अगर हम तितली होते,
तो फूल फूल पर इठलाते |
एक चमन से दूर चमन तक ,
मधुर सुवास हम फैलाते ||
काश अगर हम पौधे होते ,
तो चहुँ और हरियाली करते |
थके हारे जब आते राही ,
तो मनोहारी छाया हम करते ||
काश अगर हम …………..