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2 Jan 2022 · 1 min read

काव्यिके

नववर्ष पर क्या उपहार दूँ काव्यिके ?
लेखनी अवरुद्ध है अब क्यूं साध्यके?
मनमंथन कर नवनीत पा लिया हमने ,
भूल जाना उचित है विगत बुरा क्षाम्यिके ।
पाखी_मिहिरा

Language: Hindi
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