Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2020 · 1 min read

*”कालचक्र”*

“कालचक्र”
चौरासी लाख योनियों के बाद ही मनुष्य जन्म है मिलता।
सृष्टि रचना की पुनरावृत्ति ,परिवर्तन से फिर पुनर्मिलन हो जाता।
कालचक्र निरंतर चलने वाला , कभी न रूकता कभी न थमता।
जन्म मरण मृत्युपर्यन्त तक, कर्म बंधन में बंधते जाता।
शाश्वत सत्य कालचक्रतंत्र की माया को सच्चा मानव ही समझ पाता।
कालचक्र के घेरे में व्यर्थ न समय गंवा दो समय बीत जाये तो फिर वापस लौट कर नही आता।
जीवन के खट्टे मीठे अनुभवों पड़ावों पर जीवन सफर कराता।
युगो युगों तक चली आ रही प्रथाओं ,परम्परायें पीढ़ी दर पीढ़ी चलते ही जाता।
संस्कृतियों , सभ्यताओं से मानव संसाधन को प्रकृति बोध कराता।
शाश्वत सत्य के अवलोकन से खुद अपने को समेटकर नया इतिहास बनाता।
हार न सके कोई जीत न सके, समय बड़ा बलवान कालचक्र अनवरत चलता ही रहता।
शशिकला व्यास ✍️

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 543 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो (गीत)*
*अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो (गीत)*
Ravi Prakash
कोई बात नहीं, अभी भी है बुरे
कोई बात नहीं, अभी भी है बुरे
gurudeenverma198
चिंगारी के गर्भ में,
चिंगारी के गर्भ में,
sushil sarna
Vishal Prajapati
Vishal Prajapati
Vishal Prajapati
Just like a lonely star, I am staying here visible but far.
Just like a lonely star, I am staying here visible but far.
Manisha Manjari
नींद
नींद
Diwakar Mahto
सुप्रभात प्रिय..👏👏
सुप्रभात प्रिय..👏👏
आर.एस. 'प्रीतम'
गुज़रा हुआ वक्त
गुज़रा हुआ वक्त
Surinder blackpen
पुष्प और तितलियाँ
पुष्प और तितलियाँ
Ritu Asooja
हमने माना अभी अंधेरा है
हमने माना अभी अंधेरा है
Dr fauzia Naseem shad
पास आएगा कभी
पास आएगा कभी
surenderpal vaidya
"जीना"
Dr. Kishan tandon kranti
यह जो कानो में खिचड़ी पकाते हो,
यह जो कानो में खिचड़ी पकाते हो,
Ashwini sharma
दूध बन जाता है पानी
दूध बन जाता है पानी
कवि दीपक बवेजा
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अस्ताचलगामी सूर्य
अस्ताचलगामी सूर्य
Mohan Pandey
आप जब हमको दिखते हैं
आप जब हमको दिखते हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
Mahender Singh
बड़ी सी इस दुनिया में
बड़ी सी इस दुनिया में
पूर्वार्थ
विचार, संस्कार और रस [ दो ]
विचार, संस्कार और रस [ दो ]
कवि रमेशराज
2530.पूर्णिका
2530.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*भगवान गणेश जी के जन्म की कथा*
*भगवान गणेश जी के जन्म की कथा*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ଧରା ଜଳେ ନିଦାଘରେ
ଧରା ଜଳେ ନିଦାଘରେ
Bidyadhar Mantry
दुनिया कैसी है मैं अच्छे से जानता हूं
दुनिया कैसी है मैं अच्छे से जानता हूं
Ranjeet kumar patre
पिता पर एक गजल लिखने का प्रयास
पिता पर एक गजल लिखने का प्रयास
Ram Krishan Rastogi
टूटा हुआ ख़्वाब हूॅ॑ मैं
टूटा हुआ ख़्वाब हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
तुम लौट आओ ना
तुम लौट आओ ना
Anju ( Ojhal )
किरदार अगर रौशन है तो
किरदार अगर रौशन है तो
shabina. Naaz
अपनों की ठांव .....
अपनों की ठांव .....
Awadhesh Kumar Singh
"जयचंदों" को पालने वाले
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...