Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Oct 2021 · 1 min read

काया कै कोई मोल ना—–

काया कै कोई मोल ना, जस मदार कै फूल।
संग पवन कै उड़ि रहा, बनकर माटी धूल।।

Language: Hindi
2 Likes · 403 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अनुरक्ति की बूँदें
अनुरक्ति की बूँदें
singh kunwar sarvendra vikram
AE888 - Trang chủ nhà cái casino online hàng đầu, hội tụ gam
AE888 - Trang chủ nhà cái casino online hàng đầu, hội tụ gam
AE888 TRANG NHÀ CÁI CASINO
प्यार किया हो जिसने, पाने की चाह वह नहीं रखते।
प्यार किया हो जिसने, पाने की चाह वह नहीं रखते।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
वह मुझे चाहता बहुत तो था
वह मुझे चाहता बहुत तो था
Shweta Soni
दोस्त
दोस्त
Neeraj Agarwal
एक उजली सी सांझ वो ढलती हुई
एक उजली सी सांझ वो ढलती हुई
नूरफातिमा खातून नूरी
फूल यूहीं खिला नहीं करते कलियों में बीज को दफ़्न होना पड़ता
फूल यूहीं खिला नहीं करते कलियों में बीज को दफ़्न होना पड़ता
Lokesh Sharma
122 122 122 12
122 122 122 12
SZUBAIR KHAN KHAN
नरेंद्र
नरेंद्र
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रेम के रंग कमाल
प्रेम के रंग कमाल
Mamta Singh Devaa
नस नस में तू है तुझको भुलाएँ भी किस तरह
नस नस में तू है तुझको भुलाएँ भी किस तरह
Dr Archana Gupta
2926.*पूर्णिका*
2926.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
Rj Anand Prajapati
रूस्वा -ए- ख़ल्क की खातिर हम जज़्ब किये जाते हैं ,
रूस्वा -ए- ख़ल्क की खातिर हम जज़्ब किये जाते हैं ,
Shyam Sundar Subramanian
अलविदा कह जाओगे जब दुनियां को...
अलविदा कह जाओगे जब दुनियां को...
Ajit Kumar "Karn"
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
Sanjay ' शून्य'
"नई नवेली दुल्हन"
Dr. Kishan tandon kranti
42 °C
42 °C
शेखर सिंह
* बाँझ न समझो उस अबला को *
* बाँझ न समझो उस अबला को *
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
शिक्षक है  जो  ज्ञान -दीप  से  तम  को  दूर  करे
शिक्षक है जो ज्ञान -दीप से तम को दूर करे
Anil Mishra Prahari
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
दुर्लभ अब संसार में,
दुर्लभ अब संसार में,
sushil sarna
6) जाने क्यों
6) जाने क्यों
पूनम झा 'प्रथमा'
रमेशराज के विरोधरस के दोहे
रमेशराज के विरोधरस के दोहे
कवि रमेशराज
हरमन प्यारा : सतगुरु अर्जुन देव
हरमन प्यारा : सतगुरु अर्जुन देव
Satish Srijan
कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है
कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है
Akash Yadav
..
..
*प्रणय*
छोटे भाई को चालीस साल बाद भी कुंडलियां कंठस्थ रहीं
छोटे भाई को चालीस साल बाद भी कुंडलियां कंठस्थ रहीं
Ravi Prakash
वो अगर चाहे तो आगे भी निकल जाऊँगा
वो अगर चाहे तो आगे भी निकल जाऊँगा
अंसार एटवी
Loading...