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18 Jun 2023 · 1 min read

“कामना”

“कामना”
ऐ मेरे दुश्मन !
तुझी ने दी हमें जिन्दादिली,
हम रहें ना रहें
तू सदा जिन्दा रहे…।
-डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति

6 Likes · 5 Comments · 443 Views
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