काफिला
काफिला
लाख मुश्किलें आएं, और रास्ते दूर लगें ।
मंज़िल को पाने की कोशिश में जरुर लगें।
जीत – हार छोड़कर , आगे बढ़ते जाना है ,
खुद पर भरोसा रखो तो शूल भी फूल लगें ।
अकेले चले हो ,उलझन भले हो रंज न करो,
नमन करते रहना ईश को ,चंदन वो धूल लगे।
धीरे से लोग तुम्हें समझेंगें साथ देगें तुम्हारा,
काफिला बनेगा जरूर सब तुमको मकबूल लगे
डॉअमृता शुक्ला